तीन मासूम को एक साथ किया गया दफन
सिवान। मंगलवार की शाम सभी मां एक तरफ जिउतिया पर्व अपने बच्चों की सलामती के लिए कर रही थीं। तो दूसरी तरफ यह किसे पता था कि विनोद के तीनों बच्चे एक साथ ही काल के गाल में समा जाएंगे। एक साथ तीन बच्चों को मिट्टी में दफन करने के लिए जब लोग वहां पहुंचे तो सभी के आंखों में आंसुओं की धारा बह रही थी। लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि एक ममतामयी मां द्वारा कैसे इस तरह के कठोर कदम को उठा लिया गया। इधर तीनों मासूमों के पिता विनोद चौहान पर गमों का पहाड़ टूट गया है। ग्रामीणों का मानना है कि मां के ऐसे कदम से घर के सभी चिराग एक साथ समाप्त हो गए। हालांकि घटना के बाद मां बबुवंती देवी खामोश है। कुछ बोल नहीं पा रही है, केवल आने-जाने वाले को देख रही है। घटना के बारे मे पूछने पर अपने को पागल कह चुप्पी साध ले रही हैं
बताते चलें कि मंगलवार को दरौली टोका टोला निवासी विनोद चौहान की पत्नी बबुवंती देवी ने अपने तीन बच्चों के साथ स्लूईस गेट से नीकरी नाला नदी में छलांग लगा ली। ग्रामीणों ने मां को बचा लिया, लेकिन तीनों मासूम बच्चे नदी में डूब लापता हो गए। बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने तीनों मासूमों के शव को निकाल लिया गया। मौके पर पहुंचे सीओ नंदलाल गुप्ता ने बताया कि जिला में आपदा प्रबंधन विभाग को रिपोर्ट भेज दी गई है। एक साथ तीन मासूमों की मौत से संपूर्ण जिला मर्माहत
– बुझ गया हमेशा के लिए विनोद चौहान के घर का चिराग
सिवान : जहां जिउतिया पर्व के दिन मां अपने पुत्र की सलामती के लिए 24 घंटे का उपवास रखकर पूजा अर्चना के साथ संतान की सलामती की दुआ कर रही थीं तो वहीं दूसरी ओर ओर एक निर्दयी मां ने इस त्योहार के दिन ही अपने कोख से जन्मे तीन अबोध बच्चे के साथ स्वयं भी इहलीला समाप्त करने के लिए नदी में छलांग लगा दी। यह घटना आम से लेकर खास तक सबको हैरान कर रही है। यह घटना जिले के दरौली थाना क्षेत्र के टोका टोला गांव की है जहां गांव के विनोद चौहान की पत्नी बबुंती देवी ने अपने तीन अबोध बच्चों में क्रमश: युवराज कुमार चौहान, दो जुड़वा पुत्री क्रमश: सोनम कुमारी एवं अमृता कुमारी को किसी कारणवश पास के नदी में लेकर छलांग लगा दिया। बता दें कि यह हृदयविदारक घटना जिले की पहली घटना है। यह घटना पूरे दिन संपूर्ण जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।